लेखनी कहानी -02-Jan-2023
(ॐ हर-हर महादेव !)
मों आयौ सरनि तिहारी बाबा ।
जानूँ ना कछु कहाँ बसे हो , कहँ कासी कहँ काबा ।। बाबा----
हिया बसौ अउघड़ु छबि अनुपमु , करिया गरे बझौ बा ।। बाबा----
उरमाये सिउ जटा लहरिया , चँदवा माथु जड़ौ बा ।। बाबा------
बिछुवा कर्नफूलु बनि चहकै , कटि मृगछालु कछौ बा ।। बाबा-----
करहिं त्रिसूलु रुदरु कै माला , डमरू संगु बजौ बा ।। बाबा-----
गौरा बैठि पुकारैं संकरु , धतुरौ भंगु पिसौ बा ।। बाबा-----
देरि भये भलु होयि लराई , लखि-लखि जीउ तरौ बा ।। बाबा------
मों आयौ सरनि तिहारी बाबा !
सुप्रभातम् !
Raziya bano
04-Jan-2023 11:23 AM
Nice
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Gunjan Kamal
03-Jan-2023 09:42 AM
शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻
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Sachin dev
02-Jan-2023 06:35 PM
Amazing
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